हर व्यक्ति का DNA अलग होता है। हर व्यक्ति को उसका ब्लड ग्रुप माता-पिता से मिलता है।
प्रत्येक व्यक्ति के एंटीजन और एंटीबॉडी अलग होते हैं।ब्लड ग्रुप की खोज किसने की और सबका ब्लड ग्रुप अलग क्यों होता है?
प्रत्येक व्यक्ति का DNA अद्वितीय होता है। इसी कारण, ब्लड ग्रुप उसे उसके माता-पिता से उत्तराधिकार में प्राप्त होता है। इसके अलावा, प्रत्येक व्यक्ति के एंटीजन और एंटीबॉडी भी अलग-अलग होते हैं।
ब्लड ग्रुप की खोज
सन् 1901 में ऑस्ट्रियाई वैज्ञानिक Dr. Karl Landsteiner ने ब्लड ग्रुप्स की खोज की।
उन्होंने यह पाया कि कुछ लोगों के खून को आपस में मिलाने पर वह जम जाता है, जबकि कुछ नहीं।
इसी आधार पर उन्होंने A, B और O ब्लड ग्रुप्स की खोज की। बाद में AB ग्रुप की भी पहचान हुई।
उनकी खोज ने ब्लड ट्रांसफ्यूजन को सुरक्षित बना दिया और उन्हें 1930 में नोबेल पुरस्कार मिला।
सबका ब्लड ग्रुप अलग क्यों होता है?
हर इंसान का DNA अलग होता है, और ब्लड ग्रुप हमारे माता-पिता से विरासत में मिलने वाले जीन के कारण तय होता है।
https://www.who.int/campaigns/world-blood-donor-day
🔹 इसके प्रमुख कारण:
ABO ग्रुप सिस्टम – A, B, AB, O
Rh फैक्टर – Positive या Negative
यदि आपके ब्लड में A एंटीजन और Rh फैक्टर है, तो आपका ब्लड ग्रुप A+ होगा।
ब्लड ग्रुप्स के प्रकार और विशेषताएं
https://www.redcrossblood.org/donate-blood/blood-types.html
ब्लड ग्रुप | एंटीजन | एंटीबॉडी | विशेषता |
---|---|---|---|
A | A | Anti-B | केवल A और AB को दे सकता है |
B | B | Anti-A | केवल B और AB को दे सकता है |
AB | A, B | कोई नहीं | सभी से ले सकता है (Universal Recipient) |
O | कोई नहीं | Anti-A, B | सभी को दे सकता है (Universal Donor) |
Rh फैक्टर क्या है?
यह एक प्रोटीन होता है जो RBC की सतह पर मौजूद होता है।
Rh+ का मतलब है यह फैक्टर मौजूद है।
Rh- का मतलब यह फैक्टर नहीं है।
Rh+ वाले लोग Rh- खून नहीं ले सकते, लेकिन Rh- वाले लोग केवल Rh- ही ले सकते हैं।
ब्लड ग्रुप का स्वास्थ्य से संबंध
कुछ रिसर्च से पता चला है कि ब्लड ग्रुप्स का हमारे स्वास्थ्य से भी संबंध होता है:
A ग्रुप: हार्ट डिज़ीज़ की संभावना अधिक
B ग्रुप: डायबिटीज़ का खतरा
AB ग्रुप: थ्रोम्बोसिस जैसी बीमारियाँ
O ग्रुप: कुछ वायरल बीमारियों से कम खतरा
ट्रांसफ्यूजन के लिए ब्लड ग्रुप की जांच क्यों जरूरी है?
यदि गलत ब्लड ग्रुप दे दिया जाए, तो शरीर उसे “दुश्मन” मानकर Immune Reaction शुरू कर सकता है जिससे जान भी जा सकती है।
इसलिए रक्त चढ़ाने से पहले ग्रुप का मिलान जरूरी है।
(अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
Q1: ब्लड ग्रुप की खोज किसने और कब की थी?
A: Dr. Karl Landsteiner ने 1901 में।
Q2: O ग्रुप सबसे खास क्यों है?
A: क्योंकि यह Universal Donor होता है — सभी को खून दे सकता है।
Q3: क्या ब्लड ग्रुप बदल सकता है?
A: आमतौर पर नहीं, पर बोन मैरो ट्रांसप्लांट जैसे मामलों में बदलाव संभव है।
Q4: सबसे दुर्लभ ब्लड ग्रुप कौन सा है?
A: Bombay Blood Group और Rh-null सबसे दुर्लभ हैं।
Q5: क्या ब्लड ग्रुप से बीमारियों की पहचान होती है?
A: कुछ हद तक, क्योंकि हर ग्रुप की अलग जोखिम प्रोफाइल होती है।
- https://en.wikipedia.org/wiki/List_of_systems_of_the_human_body
- https://byjus.com/biology/dna-structure/
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आज ही अपना ब्लड ग्रुप जानें और रक्तदान करने की प्रेरणा बनें!
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