ईरान ने कुवैत और सीरिया स्थित अमेरिकी ठिकानों पर मिसाइल हमले करके एक बार फिर मध्य पूर्व में तनाव को बढ़ा दिया है।

अमेरिकी और सहयोगी देशों ने इस हमले को गंभीरता से लिया है और सैन्य अलर्ट जारी किया गया है।
हम विस्तार से जानेंगे कि यह हमला क्यों हुआ, इसका क्या असर पड़ा और आगे क्या हो सकता है।
लाइव अपडेट (23 जून 2025)
1. कतर के कुवैत एयरबेस (Al Udeid) पर मिसाइल हमले
ईरान ने ऑपरेशन Tidings of Victory (ख़बर संख्या) के तहत लगभग 6–10 बैलिस्टिक
मिसाइलें कतर की अल उदैद एयरबेस की ओर दागीं, जो अमेरिकी सैन्य मुख्यालय है
दोहा (कतर की राजधानी) में धमाके सुने गए:-
कतर ने कहा कि विमानों व मिसाइल रक्षा प्रणाली से सभी मिसाइलों को समय रहते interception कर लिया गया,
और किसी भी तरह की हानि नहीं हुई ।
ईरानी सरकारी बयान के अनुसार इस हमले में इस्तेमाल की गई मिसाइलों की संख्या
अमेरिकी हमले में प्रयोग की गई “bunker-buster” बमों जितनी ही थी livenowfox.com ।
2. इराक में अमेरिकी ठिकानों पर मिसाइल हमले
ईरान ने इराक के Ain al-Assad एयरबेस (और कुछ अन्य ठिकानों) पर भी मिसाइल हमला किया,
जिससे वहां अमेरिकी बलों की सुरक्षा सतर्क स्थिति में है
इराक में अमेरिकी बलों को सुरक्षा के लिए शेल्टर में रहने का निर्देश दिया गया ।
3. सीरिया (अल-हसकाह) में रॉकेट हमला
अल हसकाह, सीरिया में भी अमेरिकी हमलों की रिपोर्ट मिली है — हालांकि उस हमले की प्रतिक्रिया अभी स्पष्ट नहीं है ।
बड़ा परिदृश्य
प्रतिक्रिया में हमला: ईरान ने रविवार-सोमवार की मध्य रात्रि को अमेरिकी B‑2 बमों द्वारा अपने परमाणु ठिकानों पर भारी हमले के बाद यह हमला किया indianexpress.com।
क्षति की स्थिति: कतर ने स्पष्ट किया कि कोई भी मिसाइल कतर की आबादियों तक नहीं पहुँची,
और किसी भी अमेरिकी सैनिक या संरचना को नुकसान नहीं पहुँचा।
विस्तृत तनाव: इस हमले से मध्य-पूर्व में तनाव की स्थिति और बढ़ गई है, और अमेरिकी एवं अन्य सहयोगी देश सतर्क स्थिति में हैं।
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ये हमले Today (23 जून 2025) शाम लगभग 8 बजे (स्थानीय समयानुसार) हुए हैं।
ईरान की ओर से यह जवाबी कदम है अमेरिकी हमलों के जवाब में।
फिलहाल अमेरिका की प्रणाली ने प्रभावी ढंग से हमलों को रोका, इसलिए कोई बड़ी क्षति नहीं हुई।